Friday, May 25, 2012

क्रिकेट का दीवानापन - खेलों को पनपने नहीं दे रहा है

इस चिट्ठी में नैनीताल में हॉकी मैच और क्रकेट की दीवनगी के कारण अन्य खेलों के दुर्भाग्य की चर्चा है।
Hockey-All India Traders Cup -2009
यह चित्र आनन्दमय चैटर्जी का है और उनके फ्लिकर चित्र संकलन से लिया गया है।
नैनीताल में, हमने मचान रेस्त्रां में दोपहर का खाना खाया। वहां से बाहर निकल कर, शुभा, मित्रों को नैनीताल से भेंट देने कि लिये, कुछ शॉल खरीदने चाहे। वह शॉल देखने चली गयी। मुझे खरीदारी करने पर मजा नहीं आता है। मैं उसके साथ नहीं गया। 

नैनीताल के फ्लैट में मैदान है। यह झील के बगल में है। वहां पर हमेशा की खेलों की प्रतियोगितायें होती रहती हैं। मैं कई बार यहां प्रतियोगिताओं में बाग लेने आया हूं। उस समय हॉकी की प्रतियोगिता चल रही थी। मैं उसे देखने के लिए रूक गया।

हॉकी की प्रतियोगिता भारतीय स्तर की थी और उसमें जगह जगह की टीमें खेलने के लिए आयी थी। वहां पर हाकी खेलना मुश्किल का कार्य है क्योंकि वहां पर बजरे की फील्ड है और चोट लगने का ज्यादा अंदेशा रहता है।

प्रतियोगिता को कुछ और दर्शक भी देख रहे थे। उन्होंने बताया कि वे बहुत सालों तक इस प्रतियोगिता में खेल चुके है और दुख प्रकट किया कि वहां बहुत देखने वाले नहीं है। उनका कहना था,

'यदि क्रिकेट मैच होता तो बहुत लोग आते लेकिन हॉकी की लोकप्रियता कम होती जा रही है इसलिए लोग कम आ रहे है। पहले इस प्रतियोगिता को कराने में मुश्किल नहीं होती थी। सारे लोग उसे कराने के लिए पैसा देते थे लेकिन अब स्पॉन्सर इसे कराने के लिए पैसा नहीं दे रहे हैं। इस कारण यह प्रतियोगिता अच्छे तरीके से नहीं हो पा रही है।'
हम भारतीय क्रिकेट के पीछे पागल हैं। शायद यही हमारा जीवन है :-( इसी कारण इसे विज्ञापन और स्पॉन्सर भी क्रिकेट को मिल जाते हैं लेकिन बाकी खेलों को न तो स्पॉन्सर मिल पा रहे हैं और न ही वे पनप पा रहें हैं।

इस श्रृंखला की अगली कड़ी में, हम लोग गवर्नर हाउस में गोल्फ खेलने चलेंगें।


१९३६ में ओलंपिक बर्लिन जर्मनी में हुऐ थे। भारत की हॉकी टीम के कप्तान ध्यानचन्द थे और फाइनम मैच में, भारत ने जर्मनी को ८-१ से रौंदा था। उसी के मुख्य अंश यहां देखें।

जिम कॉर्बेट की कर्म स्थली - कुमाऊं
जिम कॉर्बेट।। कॉर्बेट पार्क से नैनीताल का रास्ता - ज्यादा सुन्दर।। ऊपर का रास्ता - केवल अंग्रेजों के लिये।। इस अदा पर प्यार उमड़ आया।। उंचाई फिट में, और लम्बाई मीटर में नापी जाती है।। चिड़िया घर चलाने का अच्छा तरीका।। नैनीताल में सैकलीज़ और मचान रेस्त्रां जायें।। क्रिकेट का दीवानापन - खेलों को पनपने नहीं दे रहा है।।

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होप डायमन्ड

गणितज्ञ दत्तात्रय रामचंद्र कापरेकर - संख्यायें और स्थिरांकक


 
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hindi (devnagri) kee is chitthi mein,  nainital ke flat mein hockey match kee charcha hai. ise aap roman ya kisee aur bhaarateey lipi me padh sakate hain. isake liye daahine taraf, oopar ke widget ko dekhen.

This post in Hindi (Devnagri script) is about Hockey match in Nainital and misfortune of other games at he cost of cricket. You can read translate it into any other  language also – see the right hand widget for translating it.

सांकेतिक शब्द
Nainital,
Kumaon,
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3 comments:

  1. सचमुच क्रिकेट ने मूल भारतीय खेलों की दुर्गति कर डाली है

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  2. shweta1:56 pm

    भारत में बढ़ती आबादी की वजह से खुले मैदान कम होते जा रहे हैं . जो कुछ स्कूल कॉलेज में उपलब्ध हैं वो क्रिकेट की भेट चढ़ जाते हैं. बहुत सारे इनडोर खेल जैसे शतरंज , भारोत्तोलन आदि की तरफ ध्यान देना चाहिए . वैसे आउट डोर खेल में भाग लेने से व्यक्ति में टीम भावना विकसित होती है. जो मुझे लगता है क्रिकेट खेलने से नहीं होती . क्रिकेट में टीम भावना दूसरे खेलों की बजाये कम होती है . ऐसा मेरा मानना है.
    मुझे लगता है लड़कियों को हॉकी फुटबाल ज़रूर खेलना चाहिए . अच्छी पोस्ट है . थैंक्स .

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  3. जिनमें सम्भावनायें थी, वे डुबो चुके हैं हम।

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